Everything about shiv chalisa in hindi
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ईश्वर ने मेरे भाग्य में क्या लिखा है - प्रेरक कहानी
जय गिरिजा पति दीन दयाला। सदा करत सन्तन प्रतिपाला॥
त्रिपुरासुर सन युद्ध मचाई। सबहिं कृपा कर लीन बचाई॥
अर्थ: हे प्रभु जब क्षीर सागर के मंथन में विष से भरा घड़ा निकला तो समस्त देवता व दैत्य भय से कांपने लगे (पौराणिक कथाओं के अनुसार सागर मंथन से निकला यह विष इतना खतरनाक था कि उसकी एक बूंद भी ब्रह्मांड के लिए विनाशकारी थी) आपने ही सब पर मेहर बरसाते हुए इस विष को अपने कंठ में धारण किया जिससे आपका नाम नीलकंठ हुआ।
देवन जबहीं जाय पुकारा। तब ही दुख प्रभु आप निवारा॥
अर्थ: हे प्रभु वैसे तो जगत के नातों में माता-पिता, भाई-बंधु, नाते-रिश्तेदार सब होते हैं, लेकिन विपदा पड़ने पर कोई भी साथ नहीं देता। हे स्वामी, बस आपकी ही आस है, आकर मेरे संकटों को हर लो। आपने सदा निर्धन को धन दिया है, more info जिसने जैसा फल चाहा, आपकी भक्ति से वैसा फल प्राप्त किया है। हम आपकी स्तुति, आपकी प्रार्थना किस विधि से करें अर्थात हम अज्ञानी है प्रभु, अगर आपकी पूजा करने में कोई चूक हुई हो तो हे स्वामी, हमें क्षमा कर देना।
त्रिपुरासुर सन युद्ध मचाई। सबहिं कृपा कर लीन बचाई॥
अर्थ: आपके सानिध्य में नंदी व गणेश सागर के बीच खिले कमल के समान दिखाई देते हैं। कार्तिकेय व अन्य गणों की उपस्थिति से आपकी छवि ऐसी बनती है, जिसका वर्णन कोई नहीं कर सकता।
O Lord, When the Deities humbly sought your aid, you kindly and graciously uprooted all their Troubles. You blessed shiv chalisa lyricsl the Deities together with your generous enable once the Demon Tarak outraged them and you simply wrecked him.
दिल्ली के प्रसिद्ध हनुमान बालाजी मंदिर
कीन्ह दया तहँ करी सहाई। नीलकण्ठ तब नाम कहाई॥
श्री गणेश गिरिजा सुवन, मंगल मूल सुजान।
धन निर्धन को देत सदाहीं। जो कोई जांचे वो फल पाहीं॥
देवन जबहीं जाय पुकारा। तब ही दुख प्रभु आप निवारा॥